Bhupinder Singh Hooda's politics shocked everyone, see what he did

भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सियासत ने सभी को चौंकाया, देखें ऐसा क्या कर दिया

Bhupinder Singh Hooda's politics shocked everyone, see what he did

Bhupinder Singh Hooda's politics shocked everyone, see what he did

चंडीगढ़। पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा जिस तरह की सियासत कर रहे हैं, उससे हरियाणा स्तब्ध है। राज्य कांग्रेस का प्रधान अपनी मर्जी से बनवाने के बाद हुड्‌डा सोनिया गांधी से भी मिल रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वह जी-23 की मीटिंग में भी हिस्सा ले रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी का समर्थन करने के बाद अब वह वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन में प्रस्तावक बन गए हैं।

जी-23 की मीटिंग कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के हाउस पर हुई। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर चर्चा हुई। इस मीटिंग की सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इसमें भी भूपेंद्र हुड्‌डा शामिल हुए। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, महाराष्ट्र के पूर्व CM पृथ्वीराज चव्हाण मौजूद रहे। दिल्ली में आज फिर G-23 की दिल्ली में बैठक होनी है।

G-23 की बैठकों में शामिल हो रहे हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा अब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का समर्थन करने की बात कह रहे हैं। खड़के के नामांकन में हुड्‌डा प्रस्तावक बने हैं, जबकि हरियाणा कांग्रेस की बैठक में राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास किया जा चुका है। हुड्‌डा इसकी घोषणा चंडीगढ़ में कर चुके हैं।

राहुल गांधी के द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद हरियाणा कांग्रेस पसोपेश में है। चुनाव में वोट करने वाले पार्टी के 195 डेलीगेट्स को भी आलाकमान और हुड्‌डा की ओर से कोई संकेत नहीं दिया गया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पूर्व CM की ओर से हमें अभी कोई संकेत नहीं मिला है।

हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद का चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि कोई भी चुनाव लड़ सकता है। अभी देखेंगे कि कौन-कौन नामांकन भरता है। उन्होंने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से सीधे तौर पर इनकार नहीं किया। इसके बाद हरियाणा की राजनीति में भी चर्चाओं का दौर लगातार जारी है।